IMD Weather Alert: अगले 24 घंटे में 10 से ज्यादा राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट

IMD यानी भारतीय मौसम विभाग ने फिर से एक बड़ा अलर्ट जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि आने वाले 24 घंटों में देश के 10 से अधिक राज्यों में भारी बारिश की संभावना है। इस चेतावनी के बाद प्रभावित क्षेत्रों में सतर्कता बढ़ा दी गई है और स्थानीय प्रशासन को भी जरूरी निर्देश दे दिए गए हैं। इस अलर्ट के कारण किसानों, मजदूरों और आम नागरिकों को विशेष ध्यान देने की सलाह दी गई है।

देश में मानसून का असर अभी भी कई जगहों पर बना हुआ है और सितंबर महीने में भी बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। पहाड़ी राज्यों से लेकर मैदानी इलाकों तक बारिश की संभावना जताई गई है। कहीं भारी से बहुत भारी बारिश तो कहीं आंधी-तूफान और बिजली गिरने की आशंका बनी हुई है।

IMD Weather Alert

भारतीय मौसम विभाग की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार अगले 24 घंटों में उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, राजस्थान और उत्तराखंड में भारी बारिश हो सकती है। इन राज्यों में कई जिलों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

उत्तर भारत में मानसून की सक्रियता बढ़ने के कारण गंगा और इसकी सहायक नदियों के जलस्तर में वृद्धि देखने को मिलेगी। वहीं, पूर्वोत्तर राज्यों में लगातार हो रही बारिश से भूस्खलन और बाढ़ की स्थिति भी बन सकती है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपनी फसलों को सुरक्षित स्थान पर रखें और पानी की निकासी का इंतज़ाम पहले से कर लें।

प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति

उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिलों में नदी का जलस्तर सामान्य से ऊपर जाने की संभावना है। बिहार में लगातार बारिश के कारण कई निचले इलाकों में जलभराव हो सकता है। झारखंड और ओडिशा में खनन क्षेत्रों और जंगलों के इलाकों में अचानक पानी भरने और भूस्खलन के खतरे की आशंका जताई गई है।

मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी भारी बारिश के कारण छोटे बांध और नाले उफान पर आ सकते हैं। पश्चिमी महाराष्ट्र और विदर्भ क्षेत्र में किसानों की फसल को नुकसान पहुंचने का डर है। वहीं, राजस्थान के पूर्वी हिस्से में भारी बारिश के साथ बिजली गिरने की घटनाओं से लोगों को सावधान रहने की सलाह दी गई है।

सरकार और प्रशासन की तैयारी

मौसम विभाग के अलर्ट के बाद राज्यों की सरकारों ने जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन दलों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। नदी किनारे बसे गांवों में निगरानी बढ़ा दी गई है और राहत दलों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। ग्रामीण इलाकों में लोगों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें।

किसानों के लिए कृषि विभाग ने भी परामर्श जारी किया है। इसमें कहा गया है कि खरीफ फसल की कटाई और भंडारण में सावधानी बरती जाए। सरकार ने चेतावनी जारी की है कि अचानक तेज बारिश के कारण खेती और पशुपालन पर असर पड़ सकता है, इसलिए किसानों को सूखी चारा व्यवस्था और पशुओं के लिए सुरक्षित आश्रय बनाने की जरूरत है।

लोगों के लिए सुझाव

सभी प्रभावित राज्यों में लोगों को विशेष सजग रहने की सलाह दी गई है। बिजली गिरने और गड़गड़ाहट से बचने के लिए सलाह दी गई है कि आंधी-तूफान के दौरान पेड़ या बिजली के खंभों के नीचे ना खड़े हों। शहरी इलाकों में जलभराव से यातायात प्रभावित हो सकता है, इसलिए लोगों को सुरक्षित मार्ग अपनाने और अनावश्यक यात्रा से बचने की हिदायत दी गई है।

स्कूल और कॉलेजों में भी प्रशासन ने छुट्टी घोषित करने की तैयारी की है ताकि बच्चों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। जहां लगातार बारिश का दबाव ज्यादा है वहां पर बाढ़ राहत शिविर भी तैयार किए जा रहे हैं।

नदियों और बाढ़ की संभावना

गंगा, घाघरा, गंडक, कोसी और सोन जैसी नदियों का जलस्तर कई जगह सामान्य से ऊपर जाने की आशंका है। बिहार और उत्तर प्रदेश के निचले हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है। वहीं असम और मेघालय जैसी जगहों में भूस्खलन का खतरा बना हुआ है।

सरकार ने केंद्रीय आपदा प्रबंधन बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रबंधन दल को भी अलर्ट कर दिया है। जरूरत पड़ने पर राहत सामग्री और नावों की व्यवस्था तुरंत प्रभावित क्षेत्रों में भेजी जाएगी।

निष्कर्ष

भारतीय मौसम विभाग का यह अलर्ट आने वाले 24 घंटों में बड़ी चुनौती बन सकता है। देश के 10 से अधिक राज्यों में भारी बारिश से जिंदगी प्रभावित होगी। ऐसे में जरूरी है कि लोग प्रशासन की सलाह का पालन करें और सतर्क रहें ताकि नुकसान को कम से कम किया जा सके।

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