आज सोना-चांदी के दामों में भारी गिरावट देखने को मिली है। पिछले कुछ हफ्तों से सोने और चांदी के भाव में उतार-चढ़ाव हो रहा था, लेकिन हाल ही में दोनों धातुओं के दामों में महत्वपूर्ण कमी दर्ज की गई है। खासकर सोने के भाव में जो गिरावट आई है, उससे निवेशकों और आम जनता दोनों में चिंताएं बढ़ गई हैं। यह बदलाव मुख्य रूप से वैश्विक बाजार में धातु की कीमतों में उतार-चढ़ाव और भारत में घरेलू सर्राफा बाजार की स्थितियों से जुड़ा हुआ है।
सोने और चांदी के भाव में होने वाली ऐसी गिरावट का असर त्योहारों और शादी जैसे मौकों पर भी पड़ता है, क्योंकि इन अवसरों पर सोने-चांदी की मांग आमतौर पर बढ़ जाती है। इसलिए निवेशकों और खरीददारों के लिए यह समय काफी अहम माना जा रहा है। साथ ही, यह जानकारी किसानों, हाजिरार और बिजनेस से जुड़े लोगों के लिए भी ज़रूरी है जो सोने-चांदी की खरीद-फरोख्त करते हैं। आइए आज के सोना-चांदी के ताज़ा भाव और उनकी गिरावट के कारणों पर विस्तार से चर्चा करें।
सोना-चांदी के भाव में भारी गिरावट – देखें आज का लेटेस्ट रेट! Gold Rate Today
भारत में आज 24 कैरेट सोने का दाम लगभग ₹11,117 प्रति ग्राम और 22 कैरेट सोने का दाम लगभग ₹10,183 प्रति ग्राम है। चांदी के दाम भी गिरावट के साथ लगभग ₹8,200 प्रति 100 ग्राम के आसपास स्थिर हैं।
सोने का दाम हाल के दिनों में बहुत उतार-चढ़ाव से गुजर रहा है। पिछले कुछ सप्ताहों में सोने के भाव 24 कैरेट के लिए ₹1,12,000 से ₹1,11,000 प्रति 10 ग्राम के बीच रहे, जो बाल-बाल लगभग स्थिर तो रहे पर कुछ दिन पहले भारी गिरावट के लक्षण भी दिखाए। चांदी के भाव में भी औसतन ₹1,300 प्रति किलो तक की गिरावट देखने को मिली है।
निम्नलिखित तालिका से आज के प्रमुख शहरों में सोने और चांदी के भाव का अवलोकन करें:
वस्तु | आज का भाव (₹) | हाल की गिरावट/बढ़त | यूनिट |
24 कैरेट सोना (दिल्ली) | 11,117 प्रति ग्राम | ₹139 की बढ़त | ग्राम |
22 कैरेट सोना (दिल्ली) | 10,183 प्रति ग्राम | ₹139 की बढ़त | ग्राम |
चांदी (दिल्ली) | 8,200 प्रति 100 ग्राम | ₹50 की गिरावट | 100 ग्राम |
24 कैरेट सोना (मुम्बई) | 11,133 प्रति ग्राम | स्थिर | ग्राम |
22 कैरेट सोना (मुम्बई) | 10,205 प्रति ग्राम | स्थिर | ग्राम |
चांदी (मुंबई) | 8,250 प्रति 100 ग्राम | ₹30 की गिरावट | 100 ग्राम |
24 कैरेट सोना (कोलकाता) | 11,150 प्रति ग्राम | ₹90 की गिरावट | ग्राम |
22 कैरेट सोना (कोलकाता) | 10,190 प्रति ग्राम | ₹85 की गिरावट | ग्राम |
सोना-चांदी की कीमतों में गिरावट के कारण
- वैश्विक बाजार का प्रभाव: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव का सीधा असर भारत के सर्राफा बाजार पर पड़ता है। जब अमेरिकी डॉलर मजबूत होता है, तो सोने की कीमतें गिरती हैं।
- ब्याज दरों में बदलाव: अगर ब्याज दरें बढ़ती हैं, तो सोना और चांदी जैसे निवेशकम बेहतर रिटर्न वाले विकल्प की तुलना में कम पसंद किए जाते हैं।
- भारतीय बाजार के ट्रेंड: घरेलू मांग, त्योहारों के बाद कम खरीदारी, या सरकारी नियमों में बदलाव के कारण स्थानीय बाजार में भाव गिर सकते हैं।
- GST और टैक्सेशन: सोने-चांदी पर लगने वाले करों में बदलाव भी कीमतों पर प्रभाव डालते हैं।
सोना-चांदी निवेश में सावधानियां
- निवेशकों को सोने और चांदी में निवेश करते समय समय-समय पर भावों की जांच करनी चाहिए।
- बाजार की स्थिति, सरकारी नियम, और आर्थिक संकेतकों को ध्यान में रखना जरूरी है।
- गिरावट के समय खरीदारी संभव है, लेकिन भाव स्थिर होने तक बड़ा निवेश टालना बेहतर रहता है।
- ज्वेलरी खरीदते समय शुद्धता और मेकिंग चार्ज को ध्यान में रखें।
सोना-चांदी भाव में गिरावट का प्रभाव
- सोना-चांदी की मात्रा खरीदने वालों को फायदा हो सकता है, क्योंकि कीमतें कम होने पर वे सस्ते भाव में इसे खरीद सकते हैं।
- सर्राफा व्यापारियों की आमदनी कुछ समय के लिए कम हो सकती है।
- त्योहारों के दौरान मांग बढ़ने की संभावनाएं बनी रहती हैं जिससे छोटे सुधार हो सकते हैं।
- निवेशकों के मन में अनिश्चयता बनी रहने की संभावना है।
सोना और चांदी का अवलोकन तालिका (Overview Table)
विशेषता/विवरण | विवरण |
सोना का प्रकार | 24 कैरेट (अधिकतम शुद्धता) |
22 कैरेट सोना | आभूषण बनाने के लिए उपयुक्त |
आज का सोने का औसत भाव | लगभग ₹11,117 प्रति ग्राम (24 कैरेट) |
आज की चांदी का भाव | ₹8,200 प्रति 100 ग्राम |
कीमतों में हालिया गिरावट | सोने में ₹139 प्रति ग्राम तक की गिरावट |
चांदी में गिरावट की सीमा | ₹30 से ₹50 प्रति 100 ग्राम तक |
प्रभावित बाजार | दिल्ली, मुंबई, कोलकाता आदि |
भविष्य की संभावनाएं | भावों में उतार-चढ़ाव पर निर्भर |
निष्कर्ष
अभी सोना-चांदी के भाव काफी अस्थिर हैं और भारी गिरावट पिछले कुछ दिनों में निवेशकों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। यदि कोई खरीदारी करना चाहता है, तो इस समय बाजार की स्थिति को समझ कर ही बढ़ावा देना चाहिए। सोने-चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव आमतौर पर वैश्विक-राष्ट्रीय बाजार प्रभावों और मांग-आपूर्ति पर निर्भर करता है।