उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए एक बड़ी राहत भरी खबर आई है। सरकार ने वर्ष 2025-26 के लिए मोटे अनाजों (श्रीअन्न) की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर 1 अक्टूबर 2025 से शुरू करने का निर्णय लिया है। यह खरीद अभियान 31 दिसंबर 2025 तक चलेगा। इसके तहत मक्का, बाजरा और ज्वार जैसी महत्वपूर्ण फसलों की खरीद की जाएगी। किसानों को बेहतर दाम मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और मोटे अनाजों की खेती को बढ़ावा मिलेगा।
इस योजना के अंतर्गत किसानों का पंजीकरण करना जरूरी होगा। बिना पंजीकरण के कोई फसल खरीदी नहीं जाएगी। पंजीकरण किसान विभाग की आधिकारिक वेबसाइट fcs.up.gov.in या UP किसान मित्र मोबाइल ऐप के माध्यम से किया जा सकता है। खरीदी का भुगतान सीधे किसानों के आवधिक आधार लिंक्ड बैंक खाते में किया जाएगा, जो पारदर्शिता लाने के लिए महत्वपूर्ण कदम है। सरकार ने इस योजना के तहत बिचौलियों को बंद करने के लिए ई-पॉप डिवाइस के जरिए बायोमीट्रिक सत्यापन भी अनिवार्य कर दिया है।
UP किसानों के लिए MSP पर मोटे अनाज खरीद योजना की महत्वपूर्ण जानकारी
उत्तर प्रदेश सरकार ने किसान हित में इस योजना के तहत मोटे अनाजों का समर्थन मूल्य बढ़ाया है ताकि किसान लाभान्वित हों। इस योजना का मकसद किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य दिलाकर उनकी आय बढ़ाना है और मोटे अनाजों की खेती को प्रोत्साहित करना है।
नीचे मोटे अनाज की MSP और खरीद संबंधी विवरण का सारांश दिया गया है:
विषय | विवरण |
खरीद शुरू होने की तिथि | 1 अक्टूबर 2025 |
खरीद समाप्ति की तिथि | 31 दिसंबर 2025 |
शामिल फसलें | मक्का, बाजरा, ज्वार |
MSP – मक्का | 2400 रुपये प्रति क्विंटल |
MSP – बाजरा | 2775 रुपये प्रति क्विंटल |
MSP – ज्वार (हाईब्रिड) | 3699 रुपये प्रति क्विंटल |
MSP – ज्वार (मालवांडी) | 3749 रुपये प्रति क्विंटल |
पंजीकरण के लिए आधिकारिक वेबसाइट | fcs.up.gov.in |
पंजीकरण के लिए मोबाइल ऐप | UP किसान मित्र |
भुगतान | आधार लिंक्ड बैंक खाते में सीधे भुगतान |
सहायता के लिए टोल फ्री नंबर | 18001800150 |
खरीद प्रक्रिया | बायोमीट्रिक सत्यापन के साथ खरीद |
MSP योजना का उद्देश्य और लाभ
- किसानों को बेहतर मूल्य: मोटे अनाजों के MSP में वृद्धि से किसानों को फसल का उचित और लाभकारी मूल्य मिलेगा।
- श्रीअन्न की प्रोत्साहना: सरकार मोटे अनाजों (श्रीअन्न) की खेती को बढ़ावा देना चाहती है, जो खाद्यान्न सुरक्षा और पोषण के लिए महत्वपूर्ण हैं।
- पारदर्शिता और निष्पक्षता: भुगतान सीधे बैंक खाते में होने से बिचौलिया समाप्त होंगे और किसानों को समय पर भुगतान मिलेगा।
- प्रौद्योगिकी का उपयोग: खरीद प्रक्रिया में ई-पॉप मशीन द्वारा बायोमीट्रिक सत्यापन से फर्जीवाड़ा रोका जाएगा।
किसानों के लिए जरूरी कदम
- किसान अपनी फसल की खरीद के लिए पंजीकरण या नवीनीकरण जल्द करें।
- पंजीकरण fcs.up.gov.in या UP किसान मित्र मोबाइल ऐप के माध्यम से करें।
- पंजीकृत किसानों को ही फसल खरीदी जाएगी।
- किसी भी समस्या के लिए किसान टोल मुक्त नंबर 18001800150 पर संपर्क कर सकते हैं।
- खरीद केंद्रों पर जाकर बायोमीट्रिक पहचान द्वारा खरीद प्रक्रिया पूरी करें।
इस योजना से यूपी के लाखों किसान आर्थिक लाभ प्राप्त करेंगे और मोटे अनाज की खेती को नई दिशा मिलेगी। सरकार का यह कदम किसानों की आय बढ़ाने और कृषि को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।